रुक रुक कर बोलने वाले yeah jarur pare
रुक रुक कर बोलने वाले या हकलाने वाले व्यक्ति को तेजपत्ता
जीभ के नीचे रखकर चूसना चाहिए इससे हकलाना और
तुतलाना दूर होता है घर में की जाने वाली कुछ कोशिशें
रुक-रुक कर बोलने या हकलाने की समस्या का इलाज स्पीच
थेरेपी से किया जा सकता है.
इसके अलावा, इलेक्ट्रॉनिक
उपकरणों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
स्पीच थेरेपी
स्पीच थेरेपी में आत्मविश्वास बढ़ाने और संचार कौशल को बेहतर बनाने पर ध्यान दिया जाता है.
थेरेपी के दौरान परिवारों और मरीज़ों को सलाह और मदद दी जाती है.
• अगर हकलाना किसी ट्रॉमा की वजह से शुरू हुआ है, तो ट्रॉमा फ़ोकस्ड थेरैपी भी मददगार होती है.
कॉग्निटिव बिहेवियर थेरैपी से हकलाने की वजह से होने वाले मानसिक तनाव को कम किया जा सकता है.
इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण कान की नली में लगते हैं और आवाज़ को थोड़ा बदलकर कान में वापस भेजते हैं.
• इससे ऐसा लगता है कि आप किसी और के साथ एक स्वर में बोल रहे हैं.
धीरे-धीरे बोलने की आदत डालें.
किसी किताब या अखबार को बोल-बोलकर पढ़ें.
शीशे के सामने खड़े होकर बोलने की प्रैक्टिस करें.
• गहरी सांसें लें और फिर धीरे-धीरे बोलने की कोशिश करें.
• माइंडफुलनेस ध्यान से शांत रहें और अपने विचारों पर ध्यान
केंद्रित करें.
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