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ये पांच विशेषताएं निश्चित रूप से पीने वालों के लिए हैं।

 दारू पीने वालों के अंदर ये पांच खासियतें जरूर होती हैं। 👇  
1. रात होने से पहले वो अपना काम ऐसे समाप्त कर लेते हैं, जैसे उन्हे जरुरी मिशन पे जाना हो। 
 2. चाहे खाने के पैसे हो या ना हों लेकिन दारू के लिए कही न कही से रूपए जरूर आयेंगे।
3. पेग बनाने से पहले बोतल से 2 बूंद जमीन पर ऐसे गिराते हैं जैसे ये संस्कार उन्हें दहेज में मिला है। 
4. पीने के बाद ऐसा ज्ञान देंगे जैसे उनके जैसा ज्ञानी इस दुनिया में कोई दूसरा नहीं है। 5. रोज पीने के बाद कहते है आज नही पिऊंगा फिर भी पी लेते हैं।
   

शराब पीने से दिमाग, तंत्रिका तंत्र, और शरीर के कई अंगों पर असर पड़ता है. शराब पीने वाले के शरीर में इथेनॉल नाम का पदार्थ होता है, जो दिमाग के उन हिस्सों को प्रभावित करता है जिनसे सोचने, याद रखने, और सही तरह से काम करने में मदद मिलती है.

शराब पीने से होने वाले कुछ असरः

दिमाग की कोशिकाएं मरने लगती हैं.

• याददाश्त कमज़ोर हो जाती है.

सीखने और समझने की क्षमता कम हो जाती है.

• तनाव महसूस होता है.

• दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है.

• खून की नसों में फैट की दीवार बनने लगती हैं.

मानसिक भ्रम हो सकता है.

• होश में रहने में दिक्कत हो सकती है.

• उल्टी हो सकती है.

दौरे पड़ सकते हैं.

शराब पीने से जुड़े कुछ और असरः अंग बेकार हो सकते हैं, कोमा आ सकता है, मृत्यु हो सकती है, वज़न अस्वास्थ्यकर हो सकता है, कैंसर का खतरा हो सकता 
शराब पीने से जुड़े विकारों के बढ़ने में आनुवंशिकी और व्यक्तिगत विशेषताएं भी भूमिका निभाती हैं. 


 

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